1 . कबीर के अनुसार किसके द्वारा मुक्ति मिलती है ?
- मन
- धन
- तन
- तीर्थ स्थल
2. कबीर के अनुसार ईश्वर को कहाँ पाया जा सकता है ?
- मंदिर में
- सब स्वाँसों की स्वाँस में
- वैरागी में
- मस्जिद में
3. कबीर के दूसरे सबद ( पद ) में किसके महत्त्व का वर्णन हुआ है ?
- आँधी के
- वर्षा के
- ज्ञान के
- अज्ञान के
4. कबीर की साखियों में किसका महत्त्व बताया गया है ?
- घृणा का
- ईर्ष्या का
- प्रेम का
- अपकर्म का
5. मनुष्य ईश्वर को कहाँ नहीं ढूँढ़ता है ?
- मंदिर में
- क्रिया कर्म में
- मसजिद में
- खेल के मैदान में
6. कबीर किस ब्रह्म के उपासक थे ?
- निर्गुण
- सगुण
- साकार
- वैष्णव
7. कबीर की रचनाओं का प्रामाणिक ग्रंथ कौन माना जाता है ?
- बीजक
- रमैनी
- सबद
- साखी
8. मनुष्य किसको ढूँढ़ता फिरता है ?
- शांति
- वैराग्य
- ईश्वर
- आत्मा
9. किसको ‘ सब स्वाँसों की स्वाँस में कहा गया है ?
- मनुष्य को
- ईश्वर को
- असुर को
- पशु को
10. ” मानसरोवर सुभर जल , हंसा केलि कराहिं ” में ‘ हंस ‘ प्रतीक है ?
- मोती का
- पक्षी का
- भक्त – हृदय का
- जल का
11. मोको कहाँ दंदे बंदे, ‘मैं’ तो तेरे पास में इसमें मैं’ किसके लिए प्रयोग हुआ है।
- कबीर दास के लिए
- अहंकार के लिए
- भगवान के लिए
- मनुष्य के लिए
12. कबीर के अनुसार ईश्वर का वास कहाँ है
- मंदिर में
- प्रत्येक जीव की साँसों में
- आकाश में
- भूमि में
13. कबीरदास का जन्म कब और कहाँ हुआ था?
- सन 1398 में वाराणसी में
- सन 1459 में प्रयाग में
- सन 1393 में मथुरा में
- सन 1430 में आगरा में
14. कबीर ने संत के क्या लक्षण बताए हैं।
- वह किसी एक मत को मानता है
- वह अपने पक्ष का समर्थन करने वाला होता है
- वह निरपेक्ष होकर ईश्वर का भजन करता है
- वह सभी मतों को मानता है
15. दोहे में हंस किसका प्रतीक है?
- सच्चाई का
- पक्षी का
- मुक्ति का
- प्रभु-भक्त का
16. कबीरदास की रचनाएँ हमे किस रूप में मिलती हैं?
- साखी के रूप में
- सबद के रूप में
- रमैनी के रूप में
- सभी कथन सत्य हैं
17. ज्ञान की आंधी आने पर क्या होता है?
- मनुष्य का भ्रम दूर हो जाता है
- माया-मोह से छुटकारा मिल जाता है
- मनुष्य की अज्ञानता समाप्त हो जाती है
- उपर्युक्त सभी कथन सत्य हैं
- प्रेम की
- भक्त की
- ज्ञान की
- वैभव की