1 . दुष्यंत कुमार ने हिंदी कविता में उर्दू की किस विधा का प्रयोग किया है ?
- गीत
- गजल
- नई कविता
- गाने
2. ‘कहाँ तो तय था चिरागाँ हरेक घर के लिए पंक्ति में कवि ने किस ओर इशारा किया है ?
- स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद की खुशियों की ओर
- स्वतंत्रता प्राप्ति के पहले की खुशियों की ओर
- कार्यालय में जलाए गए चिराग की ओर
- मंदिर में जलानेवाले दीपक की ओर
3. दुष्यंत कुमार की कविता ‘ गजल ‘ में ‘ चिरागाँ ‘ किसका प्रतीक है ?
- समाज की सुख समृद्धि का
- परिवार की खुशहाली का
- देश की बदहाली का
- समाज की कुरीतियों का
4. ‘गजल ‘ शीर्षक कविता के रचयिता कौन हैं ?
- दुष्यंत कुमार
- त्रिलोचन
- रामनरेश त्रिपाठी
- निर्मला पुतुल
5. “गजल ” के माध्यम से क्या संदेश दिया गया है ?
- समाज सेवा
- आंदोलन
- जन – जाग्रति
- इनमें कोई नहीं
6. ‘न हो कमीज तो पाँवों से पेट ढँक लेंगे ‘ पंक्ति में कवि ने भारतीयों की किस मनोवृत्ति पर व्यंग्य किया है ?
- संतोषी वृत्ति
- निर्धनता
- भक्ति वृत्ति
- संघर्ष
7. दुष्यंत कुमार का साहित्यिक जीवन कहाँ से आरंभ हुआ ?
- ग्वालियर
- इलाहाबाद
- लखनऊ
- बरेली
8. गजल कविता का उद्देश्य क्या है ?
- झूठी घोषणाओं पर व्यंग्य
- जनता को सावधान करना
- धोखाधड़ी को रोकना
- इनमें कोई नहीं
9. दुष्यंत कुमार की ‘ गजल ‘ कविता किस गजल संग्रह से उद्धृत है ?
- साये में धूप
- नये पत्ते
- वे आँखें
- एक कंठ विषपायी
10. “गजल ” में किसका चलन नहीं है ?
- तुक निर्वाह का
- शीर्षक
- मिजाज का निर्वाह
- स्वतंत्र वजूद का
11. गजल में दुष्यंत का इशारा किसकी ओर है ?
- विद्रोहियों की ओर
- दीन – हीन लोगों की ओर
- राजनेताओं की ओर
- जनता की ओर
12. शासकों के लिए क्या जरूरी है ?
- विद्रोह को दबाना
- अच्छा शासन
- जनता का हित
- इनमें सभी
13. आम व्यक्ति के अनुसार भ्रष्ट व्यक्ति के हृदय किसके होते हैं ?
- पत्थर के
- फूल के
- काँटों के
- वृक्ष के समान
14. “ये एहतियात जरूरी है इस बहर के लिए ” पंक्ति में ‘ बहर ‘ का अर्थ क्या है ?
- छंद
- गजल
- संसार
- कविता
15. “वे मुतमईन है ” में मुतमइन का क्या अर्थ है ?
- कार्य न करना
- बेचैनी
- आश्वस्त
- धोखा देना
16. आम जनता आवाज उठाने और विरोध करने की अपेक्षा क्या करती है?
- मार्गदर्शन
- नेतृत्व
- सहयोग
- चुपचाप अन्याय सहती है
17. कवि ने किसे क्षमा, दया, त्याग, परोपकार जैसे गुणों से सम्पन्न माना है?
- नेताओं को
- जनता को
- खुदा को
- स्वयं को
18. बे मुतइमन में ‘मुतइमन’ का क्या अर्थ है?
- आश्वस्त होना
- संदेह होना
- इंकार होना
- अनावश्यक होना