1. महात्मा गाँधी ने 1917 ई ० में नील बागान मालिकों के विरुद्ध चंपारण में आन्दोलन शुरू किया । चंपारण किस राज्य में स्थित था ?
- बम्बई
- उत्तरप्रदेश
- बंगाल
- बिहार
2. धन की निकासी का सिद्धांत किसने दिया ?
- जवाहर लाल नेहरू
- महात्मा गाँधी
- दादा भाई नौरोजी
- सुभाष चन्द्र बोस
3. महालवाड़ी व्यवस्था में ‘ महालदार ‘ किसे कहा जाता था ?
- जमींदार
- गाँव का मुखिया
- किसान
- ब्रिटिश सरकार
4. कंपनी को बंगाल की दीवानी मुगल बादशाह से कब प्राप्त हुई?
- 12 अगस्त 1765
- 10 मार्च 1760
- 10 अगस्त 1566
- 15 मई 1750
5. ग्रेण्ड ओल्ड मैन ऑफ इंडिया किसे कहा जाता है ?
- व्योमेश चन्द्र
- दादाभाई नौरोजी
- गोपाल कृष्ण गोखले
- सुभाषचंद बोस
6. स्थायी बन्दोबस्त व्यवस्था किस गवर्नर जेनरल के समय शुरू हुआ ?
- लार्ड क्लाइव
- लोर्ड कार्नवालिस
- लार्ड वेलेस्ली
- लार्ड कैनिंग
7. रैयतवाड़ी व्यवस्था को लागू करने का श्रेय जाता है?
- टॉमस मुनरो
- लॉर्ड वेलेस्ली
- वारेन हेस्टिंग्स
- लॉर्ड क्लाइव
8. पहली चाय कंपनी किस नाम से जानी जाती है ?
- ब्रुक बाण्ड कंपनी
- लिप्टन चाय कंपनी
- असम चाय कंपनी
- टाटा चाय कंपनी
9. महालवाड़ी व्यवस्था सर्वप्रथम किसने तैयार की ?
- मुनरो
- डलहौजी
- जेम्स मिल
- होल्ट मैकेंजी
10. यूरोपियन देशों में कपड़ों की रंगाई के लिए क्या प्रयोग किया जाता था ?
- भारतीय नील
- चाइना रोज
- वोड
- इनमें कोई नहीं
11. नील विद्रोह कब आरम्भ हुआ ?
- 1859-60 ई ०
- 1851-52 ई ०
- 1857-58 ई ०
- 1890-92 ई ०
12. चाय और चीन पर से कंपनी का एकाधिकार कब समाप्त कर दिया गया ?
- 1830 ई ०
- 1833 ई ०
- 1835 ई ०
- 1837 ई ०
13. नील आयोग किनकी अध्यक्षता में गठित हुआ ?
- रावर्ट क्लाइव
- सीटोन कार
- वारेन हेस्टिंग्स
- लॉर्ड कैनिंग
14. ” नील दर्पण ‘ नामक नाटक के रचनाकार हैं
- बंकिम चन्द्र चटर्जी
- विश्वबंधु मित्र
- दीनबंधु मित्र
- मुंशी प्रेम चन्द्र
15. ” हिन्दू पैट्रियाट ” के सम्पादक थे?
- भारतेन्दु हरिश्चन्द्र
- हरिश्चन्द्र मुखर्जी
- दीनबंधु मित्र
- मुंशी प्रेम चन्द्र
16.कंपनी को मुगल के बंगाल की दीवानी कब प्राप्त हुई ?
- 12 अगस्त 1765
- 10 अगस्त 1656
- 12 अगस्त 1756
- 10 अगस्त 1566
17. ग्रैंड ओल्ड मैन ऑफ इंडिया किसे कहा जाता है ?
- व्योमेश चन्द्र
- दादाभाई नोरोजी
- गोपाल कृष्ण गोखले
- सुबाष चन्द्र बोस
18. दादाभाई नोरोजी ने कौन-सा सिध्दांत प्रस्तुत किया ?
- धनसंग्रह
- धन की निकासी
- आर्थिक शोषन
- ईनमे से कोई नहीं