1 . कौन – सा जीवन दर्शन आ रहा है ?
- उपभोक्तावाद
- सामंतवाद
- फासीवाद
- आधुनिकता
2. ‘ विलासिता की सामग्रियों से बाजार भरा पड़ा है’- यह पंक्ति किस पाठ की है ?
- ल्हासा की ओर
- साँवले सपनों की याद
- प्रेमचन्द्र के फटे जूते
- उपभोक्तावाद की संस्कृति
3. ” उपभोग – भोग ही सुख है । ” यह पंक्ति किस पाठ की है ?
- दो बैलों की कथा
- मेरे बचपन के दिन
- साँवले सपनों की याद
- उपभोक्तावाद की संस्कृति
4. ” उपभोक्तावाद की संस्कृति ” पाठ के अनुसार हमारी नई संस्कृति किसकी संस्कृति है ?
- अनुसरण की
- अनुकरण की
- अनुचरण की
- करण की
5. ” उपभोक्ता संस्कृति हमारे समाज के लिए चुनौती है । यह किसने कहा है ?
- जवाहरलाल नेहरू
- लालबहादुर शास्त्री
- महात्मा गाँधी
- इंदिरा गाँधी
6. ” उपभोग – भोग ही सुख है । ” यह पंक्ति किस पाठ की है ?
- उपभोक्तावाद की संस्कृति
- दो बैलों की कथा
- साँवले सपनों की याद
- मेरे बचपन के दिन
7. ” उपभोक्तावाद की संस्कृति ” किसकी गिरफ्त में आ रहे समाज की वास्तविकता को प्रस्तुत करता है ?
- बाजार
- सुख
- आनंद
- खुशी
8. उपभोक्तावादी की संस्कृति में विज्ञापन किस तरह का काम करते हैं ?
- पुलिस
- सेना
- महंगाई
- आपूर्ति
9. उपभोक्तावाद किस संस्कृति से जुड़ा रहा है ?
- सामंती संस्कृति
- पाश्चात्य संस्कृति
- अनुकरण की संस्कृति
- आधुनिकता की संस्कृति
10. लोगों की दृष्टि में सुख क्या है?
- उपभोग-भोग ही सुख है
- मस्त रहना ही सुख है
- संयमित जीवन में ही सुखा है
- प्रभु भक्ति में ही सुख है
11. “उपभोक्तावाद की संस्कृति” पाठ के लेखक हैं:
- दिनकर प्रसाद
- जाबिर हुसैन
- श्यामाचरण दुबे
- राहुल सांकृत्यायन
12. लेखक के अनुसार अब सुख किसके भोग से मिलता है?
- विश्राम
- मीठा
- नमकीन
- उपभोग
13. उपभोक्ता संस्कृति के कारण हम कैसी दासता स्वीकार करते जा रहे हैं?
- राजनीतिक दासता
- सांस्कृतिक दासता
- बौद्धिक दासता
- सामंती दासता
14. इस पाठ के अनुसार लेखक किस ओर ध्यान दिला रहे हैं?
- उपभोक्ता संस्कृति हमारे लिए खतरनाक है
- भोक्ता संस्कृति के सुखद परिणाम
- विदेशी संस्कृति का अस्वीकार
- इनमें से कोई नहीं
15. किनकी भीड़ चमत्कृत कर देने वाली है?
- खाद्य पदार्थों की
- वस्त्रों की
- पुस्तकों की
- सौंदर्य प्रसाधनों की
16. हमारी नई संस्कृति कैसी है?
- आध्यात्मिक संस्कृति
- अनुकरण की संस्कृति
- पारिवारिक संस्कृति
- वैचारिक संस्कृति
17. इस पाठ के अनुसार लोगों की दृष्टि में सुख क्या है:
- मस्त रहना ही सुख है
- प्रभु भक्ति में ही सुख है
- उपभोक्तावाद ही सुख है
- संयमित जीवन ही सुख है
18. लेखक कहाँ से परफ्यूम मँगाने के लिए कह रहा है?
- पेरिस
- लंदन
- न्यूयार्क
- टोकियो